एलन मस्क और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच हाल ही में एक बड़ी राजनीतिक बहस देखने को मिली है। यह टकराव
अमेरिका की राष्ट्रपति द्वारा प्रस्तावित विशाल घरेलू खर्च योजना को लेकर हुआ है।
मस्क का मानना है कि यह खर्च योजना देश के कर्ज़ को बहुत अधिक बढ़ा देगी, जिससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने सार्वजनिक रूप से इस योजना का विरोध किया है और यहां तक कह दिया कि जो सांसद इस योजना के पक्ष में वोट देंगे, उन्हें वे हराने की पूरी कोशिश करेंगे।
ट्रम्प भी इस मुद्दे पर अपनी राय दे चुके हैं, लेकिन दोनों के विचार और रणनीतियाँ अलग-अलग नजर आ रही हैं। मस्क अब इस योजना के खिलाफ राजनीतिक सक्रियता बढ़ा रहे हैं और उन्होंने संकेत दिया है कि वे अपनी प्रभावशाली ऑनलाइन मौजूदगी और संसाधनों का इस्तेमाल करके इस योजना के समर्थकों को चुनौती देंगे।
यह टकराव केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि यह अमेरिका की आर्थिक नीतियों और भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण बहस का हिस्सा बन गया है।
एलन मस्क ने शुरू की ‘अमेरिका पार्टी
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और स्पेस एक्स व टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने अमेरिका में नई राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की है। उन्होंने इस पार्टी का नाम “अमेरिका पार्टी” रखा है। मस्क का कहना है कि यह कदम उन्होंने देश की “एक-पक्षीय प्रणाली” को चुनौती देने के लिए उठाया है, जो उनके अनुसार लोकतंत्र को खोखला कर रही है।
ट्रंप से टकराव और नई राह की शुरुआत
मस्क पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी माने जाते थे और 2024 के चुनाव में उनके सबसे बड़े राजनीतिक दानकर्ताओं में शामिल रहे हैं। लेकिन अब दोनों के बीच खटास आ गई है। वजह बनी राष्ट्रपति की विशाल घरेलू खर्च योजना, जिसके चलते मस्क ने ट्रंप से सीधी टक्कर ले ली।
मस्क ने कहा कि यह खर्च योजना अमेरिका के राष्ट्रीय कर्ज को और बढ़ा देगी, और जो सांसद इसके पक्ष में वोट देंगे, उन्हें वे हराने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
DOGE प्रमुख के रूप में आलोचना
एलन मस्क, सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) के प्रमुख के तौर पर काम कर चुके हैं। इस भूमिका में उन्होंने खर्च और संघीय नौकरियों में कटौती जैसे कदमों का नेतृत्व किया था, जो रिपब्लिकन पार्टी की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। लेकिन अब मस्क ने खुद को एक स्वतंत्र राजनीतिक राह पर खड़ा कर लिया है।
सोशल मीडिया पर एलान

मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा:
“जब हमारे देश को बर्बादी और भ्रष्टाचार से दिवालिया बनाने की बात आती है, तो हम एक-पक्षीय प्रणाली में रहते हैं, लोकतंत्र में नहीं। आज, अमेरिका पार्टी का गठन आपको आपकी स्वतंत्रता वापस दिलाने के लिए किया गया है।”
जनता से राय ली
मस्क ने 4 जुलाई, अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर एक ऑनलाइन सर्वे भी कराया। इसमें उन्होंने लोगों से पूछा कि क्या वे दो-पक्षीय (या एकपक्षीय) प्रणाली से स्वतंत्रता चाहते हैं। इस सर्वे को लाखों लोगों ने देखा और बड़ी संख्या में समर्थन भी मिला।
एलन मस्क का यह कदम न सिर्फ अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा सकता है, बल्कि यह एक संकेत भी है कि आने वाले वर्षों में टेक्नोलॉजी और पॉलिटिक्स का मेल और अधिक गहराता जाएगा। उनकी “अमेरिका पार्टी” किस दिशा में जाती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
क्या राष्ट्रपति चुनाव में असर डालेगी ‘अमेरिका पार्टी’?
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि मस्क की यह ‘अमेरिका पार्टी’ 2026 के मिडटर्म चुनाव या 2028 के राष्ट्रपति चुनाव में कितना प्रभाव डालेगी। लेकिन मस्क की रणनीति बेहद स्पष्ट है — वे चुनिंदा सीनेट और हाउस सीटों को टारगेट करने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा:
“इसे लागू करने का एक तरीका है — सिर्फ 2 या 3 सीनेट सीटों और 8 से 10 हाउस जिलों पर लेज़र फोकस करना।”
ट्रम्प की धमकी और जवाबी हमला
मस्क के खुलकर विरोध के बाद ट्रम्प ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि मस्क को अमेरिका से निर्वासित करने पर विचार किया जा सकता है और उनके व्यवसायों से संघीय फंडिंग रोकने की धमकी दी। मस्क मूल रूप से दक्षिण अफ्रीका में जन्मे हैं और 2002 से अमेरिकी नागरिकता प्राप्त कर चुके हैं।
तीसरे पक्ष के प्रभाव पर बहस
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मस्क की पार्टी का प्रभाव आने वाले चुनावों में काफी अहम हो सकता है। अतीत में भी तीसरी पार्टियों ने अमेरिकी राजनीति में बड़ा बदलाव किया है। उदाहरण के तौर पर 1992 में रॉस पेरोट के स्वतंत्र राष्ट्रपति पद के अभियान ने तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश को नुकसान पहुंचाया और बिल क्लिंटन को जीत का रास्ता मिला।
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